Tulsidas Jayanti:भारतवर्ष में तुलसीदास एक धर्मगुरु ,कवी और भगवान राम के महान भक्त के रूप में जाने जाते हैं, हिन्दू संस्कृति का महान ग्रन्थ रामचरित मानस तुलसी दस जी के द्वारा ही लिखा गया था. यहाँ हम तुलदीदास जयंती के लिए कुछ मेसेज और शुभकामना सन्देश का एक लाजवाब संग्रह Tulsidas Jayanti Wishes, Quotes, Shayari प्रस्तुत कर रहे हैं, आशा है आप सभी को ये संग्रह बहुत पसंद आएगा.
Tulsidas Jayanti Wishes, Quotes, Shayari
नमन करू तुम चरणों में, राम चरित के रचेता,
तुलसीदास दोनों कर जोडू, राम ह्रदय विजेता.
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
दया धर्म का मूल है पाप मूल अभिमान।
तुलसी दया न छोड़िये जब तक घट में प्राण।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
राम नाम मनिदीप धरु जीह देहरीं द्वार।
तुलसी भीतर बाहेरहूँ जौं चाहसि उजिआर।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
लसी पावस के समय, धरी कोकिलन मौन।
अब तो दादुर बोलिहं, हमें पूछिह कौन।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
तुलसी इस संसार में, भांति भांति के लोग ।
सबसे हस मिल बोलिए, नदी नाव संजोग ॥
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
तुलसी साथी विपत्ति के, विद्या विनय विवेक।
साहस सुकृति सुसत्यव्रत, राम भरोसे एक ॥
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
आवत ही हरषै नहीं नैनन नहीं सनेह।
तुलसी तहां न जाइये कंचन बरसे मेह ॥
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
तात स्वर्ग अपवर्ग सुख धरिअ तुला एक अंग।
तूल न ताहि सकल मिलि जो सुख लव सतसंग ॥
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
काहु न कोउ सुख दुख कर दाता ।
निज कृत करम भोग सबु भ्राता ॥
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
कोउ नृप होउ हमहिं का हानि ।
चेरी छाडि अब होब की रानी ॥
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
भलो भलाइहि पै लहइ लहइ निचाइहि नीचु।
सुधा सराहिअ अमरताँ गरल सराहिअ मीचु।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
सरनागत कहूं जे तजहिं निज अनहित अनुमानि।
ते नर पावंर पापमय तिन्हहि बिलोकति हानि।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
प्रगट चारि पद धर्म के कलि महुँ एक प्रधान।
जेन केन बिधि दीन्हे दान करइ कल्यान।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
कलियुग सम जुग आनि नहिं जौं नर कर बिस्वास।
गाइ राम गुन गन बिमल भव तर बिनहिं प्रयास।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
तनु गुन धन महिमा धरम, तेहि बिनु जेहि अभियान।
तुलसी जिअत बिडंबना, परिनामहु गत जान ॥
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
सूर समर करनी करहि कहि न जनावहिं आपू ।
विद्यमान रन पाई रिपु कायर कथहिं प्रतापु ॥
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
तुलसी मीठे बचन ते सुख उपजत चहुँ ओर।
बसीकरन इक मंत्र है परिहरू बचन कठोर॥
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
मुखिया मुखु सो चाहिये खान पान कहूँ एक।
पालड़ पोषइ सकल अंग तुलसी सहित बिबेक।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
सहज सुहृद गुर स्वामि सिख जो न करइ सिर मान।
सो पछिताई अघाइ उर अवसि होई हित हानि॥
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
तुलसी तृण जलकूल कौ निर्बल निपट निकाज।
कै राखै कै संग चलै बांह गहे की लाज॥
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
बिना तेज के परुष की अवशि अवज्ञा होय।
आगि बुझे ज्यों राख की आप छुवै सब कोय ॥
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
सचिव बैद गुरु तीनि जौं प्रिय बोलहिं भय आस।
राज धर्म तन तीनि कर होई बेगिहीं नास।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
काम क्रोध मद लोभ सब नाथ नरक के पन्थ।
सब परिहरि रघुवीरहि भजहु भजहि जेहि संत।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
बचन बेष क्या जानिए, मनमलीन नर नारि।
सूपनखा मृग पूतना, दस मुख प्रमुख विचारि।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
पर द्रोही पर दार रत पर धन पर अपबाद।
ते नर पाँवर पापमय देह धरें मनुजाद॥
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
सेवक सुख चह मान भिखारी।
व्यसनी धन सुभ गति विभिचारी॥
लोभी जसु चह चार गुमानी।
नभ दुहि दूधचहत ए प्रानी॥
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
लखन कहेउ हॅसि सुनहु मुनि क्रोध पाप कर मूल।
जेहि बस जन अनुचित करहिं चरहिं विस्व प्रतिकूल॥
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
जदपि मित्र प्रभु पितु गुरू गेहा।
जाइअ बिनु बोलेहुॅ न संदेहा॥
तदपि बिरोध मान जहं कोई।
तहं गए कल्यान न होई॥
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
तुलसी भरोसे राम के, निर्भय हो के सोए।
अनहोनी होनी नही, होनी हो सो होए।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
नामु राम को कलपतरु कलि कल्यान निवासु।
जो सिमरत भयो भाँग ते तुलसी तुलसीदास।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
मार खोज लै सौंह करि, करि मत लाज न ग्रास।
मुए नीच ते मीच बिनु, जे इन के बिस्वास।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
आवत ही हरषे नहीं नैनन नहीं सनेह।
तुलसी तहां न जाइये कंचन बरसे मेह।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
चित्रकुट के घाट पर भइ सन्तन की भीड़।
चन्दन घिसे तिलक देत रघुबीर।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
बिना तेज के परुष की अवशि अवज्ञा होय।
आगि बुझे ज्यों रख की आप छुवै सब कोय।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
तुलसी नर का क्या बड़ा, समय बड़ा बलवान।
भीलां लूटी गोपियाँ, वही अर्जुन वही बाण।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
तुलसी जे कीरति चहहिं, पर की कीरति खोइ।
तिनके मुंह मसि लागहैं, मिटिहि न मरिहै धोइ।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
सो कुल धन्य उमा सुनु जगत पूज्य सुपुनीत ।
श्रीरघुबीर परायन जेहिं नर उपज बिनीत ।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
सकल कामना हीन जे राम भगति रस लीन
नाम सुप्रेम पियुश हृद तिन्हहुॅ किए मन मीन।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
ग्रह भेसज जल पवन पट पाई कुजोग सुजोग।
होहिं कुवस्तु सुवस्तु जग लखहिं सुलक्षन लोग।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
मो सम दीन न दीन हित तुम्ह समान रघुबीर।
अस बिचारि रघुबंस मनि हरहु बिषम भव भीर॥
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
बचन बेष क्या जानिए, मनमलीन नर नारि।
सूपनखा मृग पूतना, दस मुख प्रमुख विचारि।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
सो तनु धरि हरि भजहिं न जे नर।
होहिं बिषय रत मंद मंद तर॥
काँच किरिच बदलें ते लेहीं।
कर ते डारि परस मनि देहीं॥
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
सासति करि पुनि करहि पसाउ।
नाथ प्रभुन्ह कर सहज सुभाउ॥
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
जपहिं नामु जन आरत भारी।
मिटहिं कुसंकट होहिं सुखारी।।
राम भगत जग चारि प्रकारा।
सुकृति चारिउ अनघ उदारा।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
एक अनीह अरूप अनामा।
अज सच्चिदानन्द पर धामा।।
ब्यापक विश्वरूप भगवाना।
तेहिं धरि देह चरित कृत नाना।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
जिन्ह हरि कथा सुनी नहि काना।
श्रवण रंध्र अहि भवन समाना।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
उदासीन नित रहिअ गोसांई।
खल परिहरिअ स्वान की नाई।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
कुलिस कठोर निठुर सोई छाती।
सुनि हरि चरित न जो हरसाती।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
सगुनहि अगुनहि नहि कछु भेदा।
गाबहि मुनि पुराण बुध भेदा।।
अगुन अरूप अलख अज जोई।
भगत प्रेम बश सगुन सो होई।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
उदासीन नित रहिअ गोसांई।
खल परिहरिअ स्वान की नाई।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
तपबल तें जग सुजई बिधाता।
तपबल बिश्णु भए परित्राता।।
तपबल शंभु करहि संघारा।
तप तें अगम न कछु संसारा।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
हरि ब्यापक सर्वत्र समाना।
प्रेम ते प्रगट होहिं मै जाना।।
देस काल दिशि बिदि सिहु मांही।
कहहुॅ सो कहाॅ जहाॅ प्रभु नाहीं।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
कुलिस कठोर निठुर सोई छाती ।
सुनि हरि चरित न जो हरसाती।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
मन समेत जेहि जान न वानी।
तरकि न सकहिं सकल अनुमानी।।
महिमा निगमु नेति कहि कहई।
जो तिहुॅ काल एकरस रहई।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
जे न मित्र दुख होहिं दुखारी।
तिन्हहि विलोकत पातक भारी।।
निज दुख गिरि सम रज करि जाना।
मित्रक दुख रज मेरू समाना।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
कठिन कुसंग कुपंथ कराला।
तिन्ह के वचन बाघ हरि ब्याला।।
गृह कारज नाना जंजाला।
ते अति दुर्गम सैल विसाला।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
सुर नर मुनि सब कै यह रीती।
स्वारथ लागि करहिं सब प्रीती।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
सुभ अरू असुभ सलिल सब बहई।
सुरसरि कोउ अपुनीत न कहई।।
समरथ कहुॅ नहि दोश् गोसाईं।
रवि पावक सुरसरि की नाई।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
आगें कह मृदु वचन बनाई।
पाछे अनहित मन कुटिलाई।।
जाकर चित अहिगत सम भाई।
अस कुमित्र परिहरेहि भलाई।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
झूठइ लेना झूठइ देना।
झूठइ भोजन झूठ चवेना।।
बोलहिं मधुर बचन जिमि मोरा।
खाइ महा अति हृदय कठोरा।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
कर्म प्रधान विश्व रचि राखा।
जो जस करहि सो तस फल चाखा।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
करहिं जोग जोगी जेहि लागी।
कोहु मोहु ममता मदु त्यागी।।
व्यापकु ब्रह्मु अलखु अविनासी।
चिदानंदु निरगुन गुनरासी।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
पर संपदा बिनासि नसाहीं।
जिमि ससि हति हिम उपल बिलाहीं।।
दुश्ट उदय जग आरति हेतू।
जथा प्रसिद्ध अधम ग्रह केतू।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
जहॅ लगि नाथ नेह अरू नाते।
पिय बिनु तियहि तरनिहु ते ताते।।
तनु धनु धामु धरनि पुर राजू।
पति विहीन सबु सोक समाजू।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
रिपु तेजसी अकेल अपि लघु करि गनिअ न ताहु।
अजहुॅ देत दुख रवि ससिहि सिर अवसेशित राहु।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
जिन्ह कै लहहिं न रिपु रन पीढी।
नहि पावहिं परतिय मनु डीठी।।
मंगन लहहिं न जिन्ह कै नाहीं।
ते नरवर थोरे जग माहीं।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
ग्यान पंथ कृपान कै धारा।
परत खगेस होइ नहिं बारा।।
जो निर्विघ्न पंथ निर्बहई।
सो कैवल्य परम पद लहईं।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
नहिं दरिद्र सम दुख जग माॅहीं।
संत मिलन सम सुख जग नाहीं।।
पर उपकार बचन मन काया।
संत सहज सुभाउ खगराया।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
काह न पावकु जारि सक का न समुद्र समाइ।
का न करै अवला प्रवल केहि जग कालु न खाइ।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
दुइ कि होइ एक समय भुआला।
हॅसब ठइाइ फुलाउब गाला।।
दानि कहाउब अरू कृपनाई।
होइ कि खेम कुसल रीताई।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
सत्य कहहिं कवि नारि सुभाउ।
सब बिधि अगहु अगाध दुराउ।।
निज प्रतिबिंबु बरूकु गहि जाई।
जानि न जाइ नारि गति भाई।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
सुख संपति सुत सेन सहाई।
जय प्रताप बल बुद्धि बडाई।।
नित नूतन सब बाढत जाई।
जिमि प्रति लाभ लोभ अधिकाई।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
उमा संत कइ इहइ बड़ाई।
मंद करत जो करइ भलाई।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
मोह सकल ब्याधिन्ह कर मूला।
तिन्ह ते पुनि उपजहिं बहु सूला।।
काम वात कफ लोभ अपारा।
क्रोध पित्त नित छाती जारा।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
नाथ दैव कर कवन भरोसा।
सोषिअ सिंधु करिअ मन रोसा॥
कादर मन कहुँ एक अधारा।
दैव दैव आलसी पुकारा॥
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
जानें बिनु न होइ परतीती।
बिनु परतीति होइ नहि प्रीती।।
प्रीति बिना नहि भगति दृढ़ाई।
जिमि खगपति जल कै चिकनाई।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
भानु पीठि सेअइ उर आगी।
स्वामिहि सर्व भाव छल त्यागी।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
सोहमस्मि इति बृति अखंडा।
दीप सिखा सोइ परम प्रचंडा।।
आतम अनुभव सुख सुप्रकासा।
तब भव मूल भेद भ्रमनासा।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
ममता रत सन ग्यान कहानी।
अति लोभी सन विरति बखानी।।
क्रोधिहि सभ कर मिहि हरि कथा।
उसर बीज बए फल जथा।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
एक पिता के बिपुल कुमारा।
होहिं पृथक गुन सील अचारा।।
कोउ पंडिंत कोउ तापस ग्याता।
कोउ धनवंत सूर कोउ दाता।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
पर उपदेश कुशल बहुतेरे।
जे आचरहिं ते नर न घनेरे।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
तुम्ह परिपूरन काम जान सिरोमनि भावप्रिय।
जन गुन गाहक राम दोस दलन करूनायतन।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
तुलसी देखि सुवेसु भूलहिं मूढ न चतुर नर।
सुंदर के किहि पेखु बचन सुधा सम असन अहि।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
सो सुत प्रिय पितु प्रान समाना।
जद्यपि सो सब भाॅति अपाना।।
!! तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं !!
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FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल )
- वर्ष 2023 में तुलसीदास जयंती कब है ?
जवाब: वर्ष 2023 में तुलसीदास जयंती 23 अगस्त को है.
- गोस्वामी तुलसीदास कौन थे ?
जवाब: गोस्वामी तुलसीदास एक महान संत,कवि,रामभक्त,धर्मगुरु एवं महान ग्रन्थ रामचरितमानस के रचयिता थे. - तुलसीदास जी का जन्म कब और कहाँ हुआ था ?
जवाब: कुछ तथ्य कहते हैं तुलसीदास जी का जन्म हिन्दू कैलेंडर विक्रम संवत के अनुसार 1554 में हुआ था, वहीं कुछ लोगो का कहना है कि उनका जन्म 1532 में हुआ था तुलसीदास जी का जन्म उत्तर प्रदेश के राजापुर जो आजकल चित्रकूट कहलाता है में श्रावण माह में शुक्ल पक्ष 7 वें दिन हुआ था. - तुलसीदास जी का वास्तविक नाम क्या था ?
जवाब: तुसलीदास जी का वास्तविक नाम रामबोला दुबे था. - तुलसीदास जी के माता पिता का क्या नाम था ?
जवाब: तुलसीदास जी की माता का नाम हुलसी देवी और पिता का नाम आत्माराम दुबे था. - तुलसीदाज जी की पत्नी का क्या नाम था ?
जवाब: तुलसीदास जी की पत्नी का नाम रत्नावली था.जबकि कुछ बुद्धिजीवियों का मानना है के तुलसीदास जी ने कभी विवाह नहीं किया था. - तुलसीदास जी के सन्दर्भ में कौन से तथ्य प्रचलित हैं ?
जवाब: तुलसीदास जी के बारे में कहा जाता है की वो महिर्षि वाल्मीकि के अवतार हैं. बचपन में जब उनका जन्म हुआ था सबसे पहला शब्द उन्होंने राम कहा था. तुलसीदास जी ने महान ग्रन्थ रामायण को फिर से अवधि भाषा में लिखा, जिसे आज रामचरित मानस के रूप में जाना जाता है.