30 Best Dost/Dosti Shayari Collection

Dost/Dosti Shayari

Dost : दोस्ती का रिश्ता कभी कभी खून के रिश्ते से कम नहीं होता है ,खुश किस्मत होते हैं वो लोग जिनको सच्चे दोस्त जीवन में मिलते है.

जीवन में एक सच्चे दोस्त की बहुत अहमियत होती है,दोस्त आपके हमराज़ होते है आपकी हर
पसंद नापसंद का उनको पता होता है दोस्त ही ऐसा होता है जो आपके ख़राब मूड को भी बदल सकता है.
यहाँ पर हमने दोस्ती पर एक बेहतरीन शायरी संग्रह पेश किया है, हिंदी और अंग्रेजी दोनों ही फॉर्मेट में जिसे आपअपने अच्छे दोस्तों के साथ शेयरकर सकते है, उम्मीद है आप सबको बहुत पसंद आएगी.

Dost/Dosti Shayari


Dost/Dosti Shayari

कुछ रिश्ते खून के होते हैं
कुछ रिश्ते दौलत के होते हैं
जो बिना किसी रिश्ते के रिश्ता निभाते हैं
शायद वही लोग दोस्त कहलाते है

कुछ वक़्त का इंतज़ार मिला मुझ को
पर खुदा से बढ़कर यार मिला मुझ को
न रही तमन्ना किसी जन्नत की मुझ को
तेरी दोस्ती से वो प्यार मिला मुझ को

दोस्ती वो एहसास है जो मिटता नहीं
दोस्ती वो पर्वत है जो कभी झुकता नहीं
इसकी कीमत क्या है पूछो हम से,
ये वो नायब मोती है जो बिकता नहीं

Dost/Dosti Shayari

देखी जो नब्ज़ मेरी तो हँस कर बोला हक़ीम
तेरे मर्ज़ का इलाज,महफ़िल है तेरे दोस्तों की

रिश्तों से बड़ी चाहत और क्या होगी
दोस्ती से बड़ी इबादत और क्या होगी
जिसे दोस्त मिल जाये आप जैसा
उसे ज़िंदगी से शिकायत क्या होगी

आपकी दोस्ती ने हमें जीना सीखा दिया
रोते हुए दिल को हँसना सीखा दिया
कर्ज़दार रहेंगे हम उस खुदा के,
जिसने आप जैसे दोस्त से मिला दिया

Dost/Dosti Shayari

Dost/Dosti Shayari

दोस्त समझते हो तो दोस्ती निभाते रहना,
हमें भी याद करना,खुद भी याद आते रहना
हमारी तो हर ख़ुशी ही दोस्तों से है
हम खुश रहें या ना,आप यूँ ही मुस्कुराते रहना

तुम हंसो तो ख़ुशी मुझे होती है
तुम्हारी उदासी पे आंखें मेरी रोती है
महसूस तो करके देखो,
शायद दोस्ती ही ऐसी होती है

दोस्ती की राह में हद से गुज़र जायेंगे
तेरे हर गम को हम अपना बना लेंगे
तू आने का वादा तो कर
हम तेरी राह में फूल बनके बिखर जायेंगे

Dost/Dosti Shayari

Dost/Dosti Shayari

दोस्तों का प्यार किसी दुआ से कम नहीं होता
दोस्तों का साथ हो तो कभी कोई ग़म नहीं होता
प्यार में कम हो सकती है दोस्ती पर,
दोस्ती में प्यार कभी कम नहीं होता

जिक्र हुआ जब खुदा की रहमतों का
हम ने खुद को बड़ा खुश नसीब पाया
तमन्ना थी एक प्यारे से दोस्त की
खुदा खुद दोस्त बनकर चला आया

ज़िंदगी की राहों में बहुत यार मिलेंगे
हम क्या हमसे भी अच्छे हज़ार मिलेंगे
इन सबकी भीड़ में हमें न भूल जाना
हम कहाँ आपको बार बार मिलेंगे

Dost/Dosti Shayari

Dost/Dosti Shayari

दोस्ती राज है सदा मुस्कुराने का
ये कोई पल भर की पहचान नहीं
दोस्ती तो वादा है उम्र भर साथ निभाने का

वक़्त की यारी तो हर कोई करता है मेरे दोस्त
मज़ा तो तब है जब वक़्त बदले पर यार न बदले

अपने छोटे से दिल में अरमान जरूर रखना
दुनिया की इस भीड़ में अपनी पहचान रखना
अच्छे नहीं लगते जब तुम रहते हो उदास
अपने होंठो पे हमेशा मुस्कान बनाये रखना

Dost/Dosti Shayari

करना है खुदा से गुज़ारिश
तेरी दोस्ती के सिवा कोई बंदगी न मिले
हर जनम में मिले दोस्त तेरे जैसा
या फिर कभी ज़िंदगी ही न मिले

हम अपने आप पर गुरूर नहीं करते
किसी को प्यार करने पर मजबूर नहीं करते
जिसे एक बार दिल से दोस्त बना लें,
उसे मरते दम तक दूर नहीं करते

दोस्ती दर्द नहीं खुशियों की सौगात है
किसी अपने का ज़िंदगी भर का साथ है
ये दिलों का वो खूबसूरत एहसास है,
जिसके दम से रोशन सारी कायनात है

Dost/Dosti Shayari

Dost/Dosti Shayari

उम्मीद की कश्ती को कोई डुबा नहीं सकता
दोस्ती की रौशनी को कोई बुझा नहीं सकता
हमारी दोस्ती है बिलकुल ताजमहल की तरह
जिसे कोई भी दोबारा बना नहीं सकता

हर ख़ुशी दिल के करीब नहीं होती
ज़िंदगी हमेशा ग़मों से दूर नहीं होती
ए दोस्त हमारी दोस्ती को संभाल कर रखना
ये हर किसी को नसीब नहीं होती

खुशियों का एक संसार लेके आएंगे
पतझड़ में भी बहार लेके आएंगे
जब भी पुकारोगे दिल से मेरे दोस्त
हम खुदा से साँसे उधार लेके आएंगे

Dost/Dosti Shayari

पल पल की दोस्ती का वादा है आपसे
प्यार बहुत ज्यादा है आपसे
ये न सोचना की भूल जायेंगे हम
ज़िंदगी भर दोस्ती निभाएंगे हम

तुम दोस्त बनके ऐसे आये ज़िंदगी में
कि हम ये ज़माना ही भूल गये
तुम्हे याद आये या न आये कभी
हम तो तुम्हे भुलाना ही भूल गये

साथ रहते यूँ ही वक़्त गुज़र जायेगा
दूर होने के बाद कौन किसे याद आयेगा
जी लो ये पल जब तक साथ है दोस्तों
कल क्या पता वक़्त कहाँ लेकर जायेगा

Dost/Dosti Shayari

हर लम्हा दोस्ती का इरादा है तुमसे
हमे अपनापन कुछ ज्यादा है तुमसे
साथ देंगे सारी उम्र तुम्हारा
दोस्ती निभाएंगे ये वादा है हमारा

उम्मीद ऐसी हो जो जीने को मजबूर करे
राह ऐसी हो जो चलने को मजबूर करे
चमक अपनी दोस्ती की कभी कम न हो
दोस्ती ऐसी हो जो मिलने को मजबूर करे

क्या कहें कुछ कहा नहीं जाता
दर्द मीठा है पर रहा नहीं जाता
हो गई इस कदर दोस्ती आपसे
बिना याद किये अब रहा नहीं जाता

Dost/Dosti Shayari

एक ख्वाहिश होती है
दोस्तों के साथ इस दुनिया में जीने की
वरना इतना तो हम भी जानते हैं कि
मरना एक दिन अकेले ही होता है

हमने अपने नसीब से ज्यादा
अपने दोस्तों पे एतबार है
क्यूंकि नसीब तो बहुत बार बदला है
पर दोस्त मेरे आज भी वही है

तू दूर भी है मुझसे और पास भी है
हर पल तेरी कमी का एहसास भी है
दोस्त तो लाखो हैं इस जहाँ में
पर तू प्यारा भी है और खास भी है

Dost/Dosti Shayari

सबसे अलग बिलकुल न्यारे हो आप
तारीफ कभी पूरी न हो इतने प्यारे हो आप
आज पता चला ज़माना क्यों जलता है हमसे
क्योंकि दोस्त तो आखिर हमारे हो आप

होंठो पे उल्फत के फ़साने नहीं आते
जो बीत गए फिर वो ज़माने नहीं आते
दोस्त ही दोस्त के हमदर्द होते हैं
कोई फ़रिश्ते यहाँ साथ निभाने नहीं आते

हम वो फूल है जो रोज रोज नहीं खिलते
दोस्त तुम कभी बिछड़ना नहीं हमसे
हम वो दोस्त है जो रोज रोज नहीं मिलते

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